कहानियां हमारे जीवन का हिस्सा है, और कहीं ना कहीं कहानी हमारे जीवन से किसी न किसी रूप में जुड़ा ही रहता है। हम चाहें ना चाहें कहानियों के दायरे से बाहर नहीं आ सकते। कहानियां हमें हंसाती हैं। रुलाती हैं। गुदगुदाती हैं। कहानियों को पढ़ने, सुनने, देखने स…